
FB - A tribute as beautiful as this from my Ef - VB
"महक, मोहब्बत और बेटियाँ
कब वहाँ रूकती जहाँ वो पलती हैं
घर में संगीत बजता है हर पल
बेटियाँ पाज़ेब पहनकर चलती हैं
रौनक़ घर में बेटियों से ही होती है
मौजूदगी से वो घरों को रोशन करती हैं
हर रिश्ता जुड़ा होता है बेटियों से ही
हर रिश्ते पर वो हमेशा खरी उतरती हैं
इरादे मज़बूत लिए खड़ी रहती हैं हर पल
हर मुसीबत से लड़ती आगे वो बढ़ती हैं
हर एक आँख को वो कर जाती हैं नम
जब होकर विदा वो घर से निकलती हैं
महक, मोहब्बत और बेटियाँ
कब वहाँ रूकती जहाँ वो पलती हैं
घर में संगीत बजता है हर पल
बेटियाँ पाज़ेब पहनकर चलती हैं" ~ Ef VB
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FB - A tribute as beautiful as this from my Ef - VB "महक, मोहब्बत और बेटियाँ कब वहाँ रूकती जहाँ वो पलती हैं घर में संगीत बजता है हर पल बेटियाँ पाज़ेब पहनकर चलती हैं रौनक़ घर में बेटियों से ही होती है मौजूदगी से वो घरों को रोशन करती हैं हर रिश्ता जुड़ा होता है बेटियों से ही हर रिश्ते पर वो हमेशा खरी उतरती हैं इरादे मज़बूत लिए खड़ी रहती हैं हर पल हर मुसीबत से लड़ती आगे वो बढ़ती हैं हर एक आँख को वो कर जाती हैं नम जब होकर विदा वो घर से निकलती हैं महक, मोहब्बत और बेटियाँ कब वहाँ रूकती जहाँ वो पलती हैं घर में संगीत बजता है हर पल बेटियाँ पाज़ेब पहनकर चलती हैं" ~ Ef VB "
Sep 24, 2019