FB 2793 -
प्रार्थनाओं, सद भावनाओं की मूसलाधार बारिश ने
स्नेह रूपी बंधन का बांध तोड़ दिया है ;
बह गया, तर कर दिया मुझे इस अपार प्यार ने,
मेरे एकाकी पन के अंधेरे को जो तुमने,
प्रज्वलित कर दिया है
व्यक्तिगत आभार मैं व्यक्त न कर पाउँगा ,
बस शीश झुकाके नत मस्तक हूँ मैं 🙏
An enigmatic superstar | The Shahenshah of Bollywood