
FB २५६३ -
बाबूजी के जन्म दिवस , कल , 27 th Nov , उनकी एक बात जो छपी वो लिख रहा हूँ :
'जीवन से ऊबा , इच्छा है जन्म ना फिर पाऊँ , पर यदि जन्म पड़े लेना ही , भारत में ही आऊँ '~ HRB
' ... खुली रहे गी 'मधुशाला ' ~
कलकत्ते के एक कवि सम्मेलन की एक छवि
FB २५६३ - बाबूजी के जन्म दिवस , कल , 27 th Nov , उनकी एक बात जो छपी वो लिख रहा हूँ : 'जीवन से ऊबा , इच्छा है जन्म ना फिर पाऊँ , पर यदि जन्म पड़े लेना ही , भारत में ही आऊँ '~ HRB ' ... खुली रहे गी 'मधुशाला ' ~ कलकत्ते के एक कवि सम्मेलन की एक छवि
Nov 28, 2019