
FB 2686 - Babuji को याद किया , उनकी रचनावली खोली , और अचानक इस कविता का पन्ना खुला - संजोग ही कहिये इसे !
ये कविता 'निशा निमंत्रण ' से है ।
Written in 1937-38 .. incredible visionary .. so apt today even after 83 years !
FB 2686 - Babuji को याद किया , उनकी रचनावली खोली , और अचानक इस कविता का पन्ना खुला - संजोग ही कहिये इसे ! ये कविता 'निशा निमंत्रण ' से है । Written in 1937-38 .. incredible visionary .. so apt today even after 83 years !
Mar 31, 2020