FB 2666 -
'मन...
शरीर स्वस्थ है । शरीर ने जीना सीख लिया ।
विद्या परिपूर्ण है । प्रज्ञा ने जीना सीख लिया ।
विवेक समर्थ है । विवेक ने जीना सीख लिया ।
कर्म संयुक्त है । कर्म ने जीना सीख लिया ।
लेकिन जिसके लिए ये सब किया, वह मन, न अपने अधिकार छोडता है, न जीना सीखता है ।'
: )))
~ Ef S
An enigmatic superstar | The Shahenshah of Bollywood