Facebook FB 2623 - खींचते तुम कौन ऐसे तार से , मैं बंदी हो गया , उम्रभर । चाह कर भी तोड़ ना सका उनको , जिन्हें बंदी बना दिया गया था । FB 2623 - खींचते तुम कौन ऐसे तार से , मैं बंदी हो गया , उम्रभर । चाह कर भी तोड़ ना सका उनको , जिन्हें बंदी बना दिया गया था । Jan 28, 2020 4665