Facebook FB 2202 - ' राजसी वैभव, भव्यता, जन-समुह चहूँ ओर। सहजता और शालीनता की, कबहूँ ना छोड़ी डोर।।' ~ EF, Vl FB 2202 - ' राजसी वैभव, भव्यता, जन-समुह चहूँ ओर। सहजता और शालीनता की, कबहूँ ना छोड़ी डोर।।' ~ EF, Vl Nov 21, 2018 26479