FB 2169 - from Rekhta Ef :
"हम समझते हैं आज़माने को
उज़्र कुछ चाहिए सताने को "
~मोमिन ख़ाँ मोमिन
**
from Vikas Bansal Ef :
"क्या होगी बात अब, नया क्या उज़र होगा
देखना है बस ये कि कब तक हमसे सबर होगा "
~ विकास बंसलकवि महाशय विकास Ef
An enigmatic superstar | The Shahenshah of Bollywood